FAQ's

आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूट संस्था का सामान्य परिचय क्या है?

आयुष ग्राम (ट्रस्ट) एक पब्लिक ट्रस्ट है, इसका प्रमुख उद्देश्य भारत में स्वस्थ समाज की पुनर्स्थापना और भारतीय संस्कृति का पुनर्जागरण है। यह ट्रस्ट दान, चन्दा या सरकारी अनुदान से नहीं चलता, बल्कि डॉ. मदनगोपाल वाजपेयी अपने कुछ सहयोगियों के सहयोग से इसका संचालन कर रहे हैं। आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट द्वारा पीड़ित लोगों को अनावश्यक ऑपरेशन से बचाव, सस्ते में चिकित्सा सेवा, नि:शुल्क संस्कारवती भारतीय शिक्षा, अत्यल्प मूल्य पर भोजन, गो सेवालय और साहित्य प्रकाशन का कार्य किया जा रहा है।

आयुष ग्राम (ट्रस्ट) के चिकित्सालय में कौन-कौन से रोगों की किस प्रकार चिकित्सा की जाती है?

आयुष ग्राम चिकित्सालय में रीढ़, कमर के रोग, मोटापा, गठिया, मधुमेह, रक्तचाप, चर्मरोग (सोरायसिस), बवासीर, बच्चों के दौरे, झटके, बच्चों के हृदय रोग, गर्भाशय की बीमारी, किडनी फेल्योर, लिवर, पेट के रोग, पथरी, प्रोस्टेट, दमा, बच्चों के रोग, धातु विकार, थायराइड, नाक में मस्से बढ़ना, प्राथमिक स्तर का कैंसर आदि रोगों का सफलतापूर्वक इलाज किया जाता है।

क्या आयुष ग्राम चिकित्सालय में एलोपैथी चिकित्सा की जाती है?

आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय चित्रकूट पूरी तरह से आयुष पद्धति का चिकित्सालय है जहाँ अंग्रेजी दवाओं का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं होता। यहाँ डॉक्टरों की टीम, प्रशिक्षित फार्मेसिस्ट और नर्सेज सेवायें दे रहे हैं। पीड़ित लोगों को अनावश्यक ऑपरेशन से बचाना भी आयुष ग्राम का एक लक्ष्य है।

पंचकर्म क्या है और क्या यहाँ पंचकर्म की सुविधा है?

शरीर में रोगों के मूल कारण दोषों को बाहर कर शरीर को स्वच्छ बनाने (डीटॉक्स करने) की प्रक्रिया का नाम पंचकर्म है। यह बहुत ही आरामदायक क्रिया है, जैसे- अभ्यंग (मालिश), स्नेहन, स्वेदन, शिरोधारा, उद्वर्तन, अनुवासन और निरूह वस्ति, उत्तर वस्ति, वमन, विरेचन आदि। उत्तर भारत में सबसे पहले इस ट्रस्ट की मातृ संस्था दिव्य चिकित्सा भवन, पनगरा (बाँदा) में ही पंचकर्म शुरू किया गया था। आयुष ग्राम ट्रस्ट में पंचकर्म की उत्तम सुविधा है, दरअसल आयुर्वेद का सही लाभ पंचकर्म से है अत: भारत के कोने-कोने से रोगी यहाँ पंचकर्म के लिए प्रतिदिन आते हैं और रहते हैं।

बताया जाता है कि आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय चित्रकूट में अद्भुत प्राणरक्षक औषधियाँ हैं?

आपने सही सुना है। आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय में ऐसे-ऐसे रसों, भस्मों, कल्पों का संग्रह है जो मरते हुये व्यक्ति का भी प्राण रक्षण करते हैं, उनका जीवन बढ़ाते हैं।

बताया जाता है कि यहाँ बच्चों के रोगों की उत्तम चिकित्सा है क्या सही है?

बिल्कुल सही, यहाँ बच्चों की इतनी उत्तम चिकित्सा है कि जो बच्चे बार-बार बीमार होते हैं, न्यूमोनिया, दौरा, झटका से पीड़ित हैं, बार-बार अस्पताल ले जाये जाते हैं, मानसिक शारीरिक रूप से अविकसित हैं, शिर में पानी भर जाता है, उनकी यहाँ पर बहुत अच्छी चिकित्सा है। इसलिए बीमार बच्चों को तो आयुष ग्राम ट्रस्ट चिकित्सालय, चित्रकूट में अवश्य एक बार लाना चाहिए। क्योंकि आयुष चिकित्सा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है।

यहाँ की फीस, रजिस्टे्रशन कितना है?

आयुष ग्राम ट्रस्ट द्वारा सेवा कार्य किया जा रहा है, अत: रोगी का रजिस्ट्रेशन फीस मात्र 100/- रुपये है। ayushgram.org वेबसाइट के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराने की फीस 150/- रुपये का ऑनलाइन रोगी रजिस्ट्रेशन की फीस 250/- रुपये है। यहाँ आगन्तुकों को भरपेट भोजन मात्र 80/- रुपये में दिया जाता है और प्रथम श्रेणी के प्राइवेट वार्ड का चार्ज केवल 980/- रुपये प्रतिदिन है। यहाँ जो दवाइयाँ लिखी जाती हैं निर्धारित मूल्य पर मिलती हैं।

वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने की फीस अधिक क्यों है?

वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने का अर्थ है कि आपने पहले से बुकिंग कराकर अपना नम्बर पूर्व के प्राप्त कर लिया है, जबकि यहाँ आकर रजिस्ट्रेशन कराने पर पूर्व रजिस्ट्रेशन के बाद नम्बर मिलता है। पूर्व रजिस्ट्रेशन बुकिंग का नम्बर जिस दिन की बुकिंग है उसके एक दिन पूर्व शाम 06:00 बजे तक आपको मेल पर प्राप्त हो जायेगा।

ऑनलाइन चिकित्सा क्या है?

यदि आप ऑनलाइन चिकित्सा के लिए रजिस्ट्रेशन कराते हैं तो इसके लिए आपको चिकित्सालय आने की जरूरत नहीं पड़ती है बल्कि चिकित्सक फोन पर आपसे बात करके आपको दवा लिखता है। आप दवायें बाजार से भी खरीद सकते हैं। दवाओं का मूल्य भेजने के बाद आपको चिकित्सालय से भी दवायें भेजी जा सकती हैं।

पता चला है कि हृदय, गुर्दा, रीढ़ और कमर के रोगियों की यहाँ बिना ऑपरेशन चिकित्सा है।

रीढ़, कमर, गुर्दा और हृदय रोगियों की आयुष में तो इतनी उच्च चिकित्सा है कि रोगी ऑपरेशन से बच जाता है, रीढ़ का डिजेनरेशन खत्म होकर रीजेनरेशन होता है, ऐसे ही अनेकों गुर्दा के रोगी यहाँ की चिकित्सा से डायलेसिस से बचते हैं तथा हृदय रोगी बिना बाईपास और स्टेंट के पुनर्जीवन पा जाते हैं।

चिकित्सालय का समय क्या है तथा यहाँ दिखाने का तरीका क्या है?

चिकित्सालय का समय प्रात: 9 से 1 और अपरान्ह 2 से 5 तक है। रोगी को वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद चिकित्सालय में आकर पर्चा बनवाना होता है फिर सम्बन्धित रोग का डॉक्टर उसे देखता है। जो रोगी भर्ती और पंचकर्म के लायक होते हैं उन्हें भर्ती भी किया जाता है। रोगियों और उनके परिचारकों के लिये उचित भोजन और रुकने की व्यवस्था संस्था में ही की गयी है।