डायलेसिस छूटी क्रिटनीन १८.२ से ४.८ हुआ : आयुष ग्राम चित्रकूट से!!
मैं गुजारत बड़ोदरा से बालू सिंह राणा उम्र ६५, सीया बाग मेन रोड, साईं बाबा निवास के पास का रहने वाला हूँ। मुझे पिछले २० साल से सुगर और हाई ब्लडप्रेशर की समस्या थी तभी से अंग्रेजी दवायें खा रहा था। २ माह पहले हल्का पेट में दर्द हुआ और बुखार आया, तो गुजरात में ही डॉ. किरन शाह को दिखाया वहाँ पर जाँचें हुयीं तो किडनी की समस्या का पता चला।
डॉ. किरन शाह ने बताया कि आपके पास केवल दो ही विकल्प हैं पहला कि डायलेसिस और दूसरा किडनी ट्रांसप्लाण्ट करवायें। फिर उन्होंने कहा कि मैं ३-४ दिन अपने यहाँ भर्ती कर देखता हूँ यदि दवा से आराम होता है तो ठीक है नहीं तो आपको डायलेसिस ही करवाना पड़ेगा। भर्ती के दौरान मेरा क्रिटनीन ९ था और ४ दिन रुकने के बाद मुझे कोई आराम नहीं मिला।
अब मैं समन्वय हॉस्पिटल में डॉ. शुभम् गोयल को दिखाया वहाँ जाँच में क्रिटनीन १३ हो गया। समन्वय हॉस्पिटल डॉ. शुभम् गोयल के कहने पर पहली बार डायलेसिस करवायी और दूसरे दिन डिस्चार्ज कराकर घर आ गया लेकिन मुझे आराम नहीं हुआ। दूसरे ही दिन मेरी श्वास फूलने लगी, जी घबड़ाने लगा, चेक करने के बाद पता चला कि ऑक्सीजन लेबल भी डाउन हो रहा है। तत्काल रात्रि में २.३० पर पुन: मुझे समन्वय हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉ. शुभम् गोहिल ने मेरी गंभीर हालत को देखते हुए आईसीयू में भर्ती कर लिया। जिसमें रात्रि २.३० से लेकर अगले दिन तक आईसीयू में रहा। उन्होंने पुन: दूसरी बार डायलेसिस कर दिया। फिर उन्होंने एक दिन छोड़कर तीसरी बार डायलेसिस कर दिया। डॉ. शुभम् गोयल ने कहा कि अब आपको हर दूसरे दिन डायलेसिस करवाना पड़ेगा। उन्होंने मुझे अपने दायें हाथ में फेसच्युला बनवाने की सलाह दी। लेकिन मैंने फेसच्युला नहीं बनवाया, तभी मेरी भेंट प्रयागराज के जमाल भाई से हो गयी, उन्होंने आयुष ग्राम चिकित्सालय, चित्रकूट के बारे में बताया। कहा कि उनकी माता जी यहीं से ठीक हुयी हैं।
मैंने तत्काल समन्वय हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कराकर सीधे आयुष ग्राम चिकित्सालय, चित्रकूट के लिए इमरजेन्सी फ्लाइट अहमदाबाद से दिल्ली से वाया वाराणसी से बाई रोड कार के माध्यम से आयुष ग्राम चित्रकूट दोपहर ३ बजे १० मार्च २०२३ को पहुँचा। रजिस्ट्रेशन काउण्टर में जाकर रजिस्ट्रेशन करवाया २ घण्टे इंतजार करने के बाद ओपीडी नं.-२ में डॉक्टर साहब को दिखाया उस समय मुझे पेशाब बहुत कम हो रही थी, पेट साफ नहीं रहता था, कमजोरी बहुत थी, ब्लडप्रेशर व शुगर की २० सालों से अंग्रेजी दवायें खा रहा था, ३ डायलेसिस हो चुकी थीं, सभी एलोपैथ डॉक्टरों ने २ दिनों में डायलेसिस करवाने के लिए बोला था। इन सबसे मैं बहुत घबराया हुआ था। आयुष ग्राम चित्रकूट पहुँचने पर मेरी जाँच हुयी तो क्रिटनीन १८.२, यूरिया २११ था। यहाँ पंचकर्म चिकित्सा होने लगी, दवायें चलीं। ३ दिन बाद जाँच कराने पर क्रिटनीन लेबल डाउन होने लगा १७.४ हो गया। फिर एक सप्ताह बाद पुन: जाँच करवाने के बाद क्रिटनीन १५.४ हो गया। मैं ४२ दिन यहाँ रहकर आवासीय चिकित्सा ली। यहाँ क्रिटनीन लेबल घटकर ११.८, यूरिया १३८.६ हो गया।
मुझे १९ अप्रैल २०२३ को एक माह की दवा देकर डिस्चार्ज कर दिया गया। १ माह की दवा खत्म होने के बाद मैंने पुन: ऑन लाइन चिकित्सा में दिखाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया। गुजरात में ही राहत निदान केन्द्र पैथोलॉजी से जाँच करवाने के १ माह बाद मेरा क्रिटनीन लेबल घटकर ७.६६, यूरिया ७६ हो गया है। एक माह की ऑन लाइन दवा खाने के बाद में पुन: आयुष ग्राम चिकित्सालय में २३ जून २०२३ को दिखाया। यहाँ जाँच करवाने के बाद मेरा क्रिटनीन लेबल घटकर ४.८, यूरिया घटकर ९८.४ हो गया।
मैं कितना खुश हूँ और कितना अच्छा महसूस कर रहा हूँ यह आप समझ सकते हैं। मुझे किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी नहीं है, मुझे खुद विश्वास नहीं हो रहा था कि मैं जीवित रहूँगा। आयुष ग्राम चिकित्सालय ने मुझे एक बार पुन: जीवन दिया अब मैं बिल्कुल ठीक हूँ। मैं चाहता हूँ कि मेरी बात हर जगह पहुँचे।